कांग्रेस “Vikas ke hawan mein hadiyan dalna” बंद करे: अमित शाह का तीखा वार

कांग्रेस “Vikas ke hawan mein hadiyan dalna” बंद करे: अमित शाह का तीखा वार

कांग्रेस Vikas ke hawan mein hadiyan dalna बंद करे अमित शाह का तीखा वार

देहरादून – केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस विकास की राह में रोड़े अटकाने का काम कर रही है। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा, “कांग्रेस को विकास के हवन में हड्डियां डालनी बंद करनी चाहिए।” यह बयान उन्होंने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए दिया, जहां उन्होंने कांग्रेस की नीतियों और उसके द्वारा अपनाई गई “विरोध की राजनीति” पर खुलकर निशाना साधा।

भाजपा का दावा: कांग्रेस करती है ‘विकास विरोधी राजनीति’

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि वह हर विकास परियोजना का विरोध करती आई है, फिर चाहे वह सड़कों का निर्माण हो, गरीबों को घर देना हो या युवाओं को रोजगार मुहैया कराना। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस केवल विरोध के लिए विरोध करती है, जो देश के हित में नहीं है।

बयान का राजनीतिक संदर्भ

शाह का यह बयान हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे राज्यों में आगामी चुनावों के मद्देनज़र आया है, जहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है। शाह ने अपने भाषण में कहा:

“जब-जब भाजपा सरकार जनता के लिए कुछ अच्छा करने का प्रयास करती है, कांग्रेस उसमें अड़चन पैदा करती है। अब वक़्त आ गया है कि जनता खुद फैसला करे कि विकास चाहिए या विरोध की राजनीति।”

विकास योजनाएं जिनका कांग्रेस ने किया विरोध

अमित शाह ने अपने भाषण में कई ऐसी योजनाओं का उल्लेख किया जो केंद्र सरकार ने चलाईं लेकिन कांग्रेस ने उनका खुलकर विरोध किया:

  1. प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)
  2. स्वच्छ भारत मिशन
  3. जन-धन योजना
  4. उज्ज्वला योजना
  5. तीन कृषि कानून (जो बाद में वापस लिए गए)
  6. केंद्र और राज्य स्तरीय मेडिकल कॉलेजों का निर्माण

शाह ने इन योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस ने इन सभी के विरोध में धरने-प्रदर्शन किए जबकि इन योजनाओं से करोड़ों लोगों को सीधा लाभ मिला।

“Vikas ke hawan mein hadiyan dalna” – बयान का गूढ़ अर्थ

विकास के हवन में हड्डियां डालना” एक प्रतीकात्मक वाक्य है, जिसमें अमित शाह ने कांग्रेस पर यह आरोप लगाया कि जब देश विकास के मार्ग पर अग्रसर होता है, तो कांग्रेस उसमें विघ्न डालती है, जिससे जनता को नुकसान होता है।

यह वाक्य जनता के बीच तेजी से वायरल हो गया और सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस पार्टी ने अमित शाह के बयान को गैर-जरूरी और भड़काऊ’ करार दिया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा:

“देश की जनता अब इन बयानों से बहकने वाली नहीं है। असल मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी और किसान संकट है। विकास के नाम पर सिर्फ आंकड़े दिखाना और विपक्ष को कोसना बंद करें।”

जनता के बीच कैसा रहा असर?

जनसभा में भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी से यह स्पष्ट था कि अमित शाह का भाषण असरदार रहा। खासकर उनके शब्द – “vikas ke hawan mein hadiyan dalna band kare Congress” – को जनता ने जोशीले नारों में दोहराया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इसे एक अभियान की तरह सोशल मीडिया पर चलाया।

चुनावी रणनीति में नया मोड़

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमित शाह के इस बयान ने भाजपा की चुनावी रणनीति को नया आयाम दिया है। अब भाजपा यह नैरेटिव बना रही है कि वह विकास की राजनीति करती है जबकि कांग्रेस विरोध की राजनीति को बढ़ावा देती है।

हकीकत बनाम राजनीति

जहां भाजपा विकास की बात कर रही है, वहीं कई रिपोर्टों और सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि कई योजनाएं लक्ष्य से पीछे हैं। हालांकि, भाजपा का यह मानना है कि कोविड काल और वैश्विक मंदी के बावजूद उन्होंने जितना किया वह ऐतिहासिक है।

निष्कर्ष:

अमित शाह का यह बयान न केवल कांग्रेस की रणनीति पर प्रहार है बल्कि भाजपा के विकासप्रेमी छवि को मजबूत करने का प्रयास भी है। “Vikas ke hawan mein hadiyan dalna” जैसे वाक्य सिर्फ़ बयानबाज़ी नहीं, बल्कि राजनीतिक अस्त्र हैं, जिनका इस्तेमाल जनता की सोच को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है।

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